गूगल पिक्सेल 4 को सैमसंग गैलेक्सी एस10 और आईफोन 11 को मात देने के लिए, इन 6 बातों पर देना होगा ध्यान
RekhaSingh - अक्टूबर 09, 2019
एप्पल ने हाल ही में आईफोन 11 जारी किया और सैमसंग ने हाल ही में गैलेक्सी एस10 की घोषणा की और गूगल पिक्सेल 4 को अपने इन प्रतिद्वंदी को हराना है तो इन बातों का ध्यान रखना होगा ।
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गूगल ने अपनी फोन गूगल पिक्सेल 4 और पिक्सेल 4 एल आधिकारिक तौर घोषणा कर दी है। यह 15 अक्टूबर को बाजार में आएगा। गूगल के साथ ही आईफोन ११ लाइनअप की घोषणा की है, वही पहले से बाजार में सैमसंग का सैमसंग गैलेक्सी एस 10 प्लस उपलब्ध है। एप्पल ने हाल ही में आईफोन 11 जारी किया और सैमसंग ने हाल ही में गैलेक्सी एस10 की घोषणा की और गूगल पिक्सेल 4 को अपने इन प्रतिद्वंदी को हराना है तो इन बातों का ध्यान रखना होगा। तभी गूगल पिक्सेल 4 ग्राहकों को अपनी और आकर्षित कर पायेगा.
गूगल पिक्सेल 4 में नाईट साईट फीचर होना चाहिए शानदार
गूगल पिक्सेल 4 को अपने ग्राहक की पसंद बनने के लिए रात में या अँधेरे में खीचे जाने वाले फोटो का साफ़ और स्पष्ट होना चाहिए। क्योकि जब गूगल ने पिक्सेल 3 बाजार में उतारा था उसमें नाईट विजन मोड़ में फोटो निकालने में पिक्स बहुत ही शानदार नजर आती थी। इसका यह मोड़ एक जादू की तरह लगता है, क्योंकि यह धुंधले, अंधेरे वातावरण में स्पष्ट शॉट्स को कैप्चर कर सकता है।
अपनी इस खूबी के वजह से गूगल ने अन्य बड़े फोन ब्रांड की तरह अपनी पकड़ बनानी शुरू कर दी है। उदाहरण के लिए, वनप्लस 7 प्रो एक ऐसा फोन है जो पिक्सेल 3 से भी ज्यादा सुन्दर तस्वीरे अधेरे में निकाल सकता है। इसके अलावा, ऐप्पल ने अपने आईफोन 11 लाइनअप में नाइट मोड को जोड़ा है। यह फीचर भी बहुत अच्छा काम कर रहा है।
यदि गूगल पिक्सेल 4 में नाईट साईट फीचर को अपग्रेड नहीं करता है तो तो हो सकता है वह लोगों की पसंद न बन पाए। अभी तक आधिकारिक तौर पर जो पिक्सेल 4 की जो जानकरी आई है उसको देखकर तो यही लगता है की इस फोन में पीछे की तरफ कई कैमरे होंगे, जो उस नाइट साइट को बेहतर बनाएगा।
बेहतर वीडियो रिकॉर्डिंग
विडियो की रिकार्डिंग अच्छी करता हो गूगल का पिक्सेल 3 देखा जाए तो हर लिहाज से शानदार फोन था लेकिन इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग में परेशानी थी। जब सीएनईटी ने वीडियो बनाने का एक कार्यक्रम रखा था उसमें आइफोने एक्स एस और एक्स आर ने पिक्सेल 3 को हराया था।
क्योकि गूगल का पिक्सेल 3 कम रौशनी में सही तरह से ऑब्जेक्ट पर फोकस नहीं कर पाता था। अगर रौशनी कही कम और कही ज्यादा है तो वीडियो में कुछ कमी सी नजर आती है। जबकि आइफोन अंधेरे में बेहतर वीडियो कैप्चर करते हैं। पिक्सेल 3 में फ्यूज्ड वीडियो स्टैबिलाइजेशन सिस्टम ड्रोन जैसा दिखता है जो की बुरा नहीं लगता। लेकिन जब भी कैमरा को चलाया जाता तो उसमें जो जेल-ओ-लाइक जैसा जो प्रभाव आता है वो अप्राकृतिक जैसा लग सकता है।
स्लो-मोशन रिकॉर्डिंग के संदर्भ में अगर बात की जाए तो गूगल पिक्सेल-3 केवल 720पी पर फिल्म बना सकता है और 30एफपीएस की स्पीड पर सिर्फ 4के वीडियो ही रिकॉर्ड कर सकता है। हालाँकि आईफोन में ऐसा नहीं है। आईफोन 1080पी स्लो-मोशन के वीडियो बना सकता है, और 4के वीडियो को 60 फ्रेम प्रति सेकंड पर रिकॉर्ड कर सकते हैं। आईफोन का साउंड पिक्सेल 3 की तुलना में भी बहुत शानदार है।
यदि गूगल चाहता है कि उसका पिक्सेल 4 अपने प्रतिद्वंदी आईफोन को मात दे तो उसे वीडियो रिकॉर्डिंग को अपग्रेड करना होगा, जिसमें लो-लाइट रिकॉर्डिंग, ऑडियो क्वालिटी के साथ-साथ रिज़ॉल्यूशन और फ्रेम दर भी शामिल हो।
फोन में स्टोरेज की सुविधा देनी होगी ज्यादा
एक्सपेंडेबल मेमोरी से न केवल पिक्सेल को बल्कि आईफोन को भी फायदा होगा। यदि गूगल चाहता है कि वो एप्पल और प्रतिद्वंद्वियों से आगे निकल जाए तो उसको अधिक मेमोरी की पेशकश करनी चाहिए। उसे अपने फोन स्टोरेज को टक्कर देने या बाहरी मेमोरी का समर्थन करने की आवश्यकता है।
सिक्योर 'फेस आईडी' -
लंबी चलनी चाहिए बैटरी
कीमत भी होनी चाहिए कम
आज के समय में लोगो को कम कीमत पर अच्छे फीचर फोन चाहिए होते है। और कई कम्पनी इस मामले में लोगो को कम कीमत में अच्छी सुविधा वाले फोन दे भी रही है। अब गूगल पिक्सेल 4 लाने की तैयारी कर रहा है तो उसे कीमत पर भी ध्यान देना होगा। लॉन्च के समय गूगल पिक्सेल 3 की कीमत 56,573 रुपये थी, जबकि पिक्सेल 3 एक्स एल की कीमत 63,654 रुपये थी। अगर Pixel 4 की कीमत इसी के आसपास रहती है तो यह आईफोन 11 प्रो और गैलेक्सी एस 10 की तुलना में सस्ता होगा। क्योकिं आईफोन 11 प्रो 70,734 रुपये और गैलेक्सी एस 10 की कीमत 63,724 रुपये हैं।